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लिखित आश्वासन पर भी कार्यवाही नही होने पर अनशनरत महिला को पुलिस ने उठाया

ग्रामीणों के बीच चर्चा का विषय बना प्रशासनिक कार्यवाही,

Admin

कुशीनगर (उ०प्र०)



नेबुआ नौरंगिया थानाक्षेत्र के पिपरा बुजुर्ग गांव के बरवा पट्टी टोला मे अपने हक के लिए दुबारा आमरण अनशन पर बैठी महिला का अनशन उच्चाधिकारियों के द्वारा असंबैधानिक बताने पर स्थानीय पुलिस के द्वारा थाने लाकर अग्रिम कार्यवाही करने में जुटी हुई है।

स्थानीय थानाक्षेत्र निवासिनी तरिकुन नेशा के हिस्से की भूमि पर बगल के गांव के एक दबंग के द्वारा कब्जा कर लिया गया है। जिसके सन्दर्भ में पीड़िता हर जिम्मेदारो का चौकठ पर माथा टेककर अपनी भूमि पर कब्जा हेतु गुहार लगाई, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। थक हारकर पीड़िता 18 सितम्बर को  आमरण अनशन पर अपने दरवाजे पर ही बैठ गयी, जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर पहुचे पडरौना एसडीएम ने शीघ्र ही मामले के निस्तारण का आश्वासन देकर अनशन समाप्त कराया, लेकिन एसडीएम द्वारा दिये गए समय से भी अधिक समय बीत जाने पर भी कोई सटीक कार्यवाही नही होने से छुब्ध पीड़िता अपने कुनबे के साथ बुद्धवार को पुनः दुबारा आमरण अनशन पर बैठ गयी। दूसरे दिन बृहस्पतिवार को मौके पर पुलिस टीम के साथ पहुचे नायब तहसीलदार ने उक्त अनशन को असंबैधानिक बताया। जिस पर स्थानीय पुलिस ने अनशनकारियों को थाने लाकर उनके ही ऊपर कार्यवाही करने में जुटी हुई है। आरोप है कि अनशनकारियों को समझाने पर वह उग्र होकर मारपीट करने पर उतारू हो गए। जिसके कारण उनके ही उपर कार्यवाही किया गया।

अब एक प्रश्न आम जनमानस के बीच चर्चा का विषय बना है कि यदि यह अनशन असंबैधानिक है तो पूर्व में किया गया अनशन संबैधानिक क्यो था, जिसे उपजिलाधिकारी पडरौना के आश्वासन तथा नायब तहसीलदार के द्वारा अतिशीघ्र इस समस्या के निस्तारण हेतु लिखित देकर अनशन को तोड़वाया गया था।





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