देर रात चली तबादला एक्सप्रेस में जटहा के बाद कप्तानगंज थाने का प्रभार मिला,
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सूरजभान कुमार भारती
कुशीनगर (उ०प्र०)
पुलिस का नाम सुनते ही या उनके कार्यशैली से लोगों में नाराजगी रहती है लेकिन कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी होते हैं, जो अपने मिलनसार व्यवहार से सबके दिलो में अपना एक खास जगह बनाने में सफल रहते है। ऐसे पुलिस ऑफिसरो का इतिहास कई रोमांचक किस्सों और जांबाजी से भरा हुआ होता है। जनपद के अनेक पुलिस अफसर ऐसे है जो अपने काम से सुर्खियों में रहे और नागरिकों का विश्वास जीता। जिसमे जटहा बाजार के थानाध्यक्ष रहे राजकुमार बरवार का भी नाम शामिल है जिनकी एक अलग पहचान है, उन्होंने अपराध नियंत्रण के साथ ही यातायात पर भी बेहतरीन काम किया। श्री बरवार जनपद के उन गिने-चुने पुलिस अधिकारियों में से एक है जिन्होंने अपराध के लिए नासूर बन चुके अनेको अपराधियो को जेल भेजकर अपने बेहतरीन कार्यशैली का परिचय दिया है। अपराध नियंत्रण के साथ ही जाम की समस्या पर भी इन्होंने बेहतरीन रूप से कार्य किया है। वर्ष 2017 बैच के एसआई ने अपने अब तक के कार्यकाल में अनेको उल्लेखनीय कार्य किए है। वर्ष 2019 में कोरोना महामारी से उबरने और लॉकडाउन का पालन कराने में इनके जैसे पुलिसकर्मियों का योगदान काफी सराहनीय रहा। घर परिवार से दूर रहकर निश्वार्थ रूप से अपनी सेवा देने वाले श्री बरवार ने बताया कि पुलिस में बहाल होने के बाद नियमित रूप से आमतौर पर सभी पुलिसकर्मी ड्यूटी करते ही हैं, लेकिन वर्ष 2019 के कोरोना काल के समय ऑफिस से लेकर सड़क पर ड्यूटी करना काफी चुनौती भरा कार्य रहा। नागरिको की सुरक्षा करने के नाते हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई थी। चौक चौराहों या अन्य जगहों पर जाकर लोगों से लॉकडाउन का पालन कराना काफी चुनौतीपूर्ण कार्य था। उस समय न तो इसकी दवा थी और न ही टीका। बचाव का सबसे सुरक्षित उपाय घर पर रहना था, पर लोग अपनी जान जोखिम में डालकर इधर-उधर घूमने निकल जाते थे। सड़क पर लगातार प्रवासियों का आना जाना लगा रहता था। मन में भय तो लगा रहता, लेकिन एहतियात बरतते हुए कर्तव्यों का पालन कराता रहा। उन्होंने आगे बताया कि लॉकडाउन में घर नहीं जा सका, टेलीविजन या मोबाइल पर कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या देखता तो बच्चे सहित परिवार के लिए चिंतित जरूर होता था, पर अपने घर परिवार के साथ अपना और आम जनमानस का सुरक्षा करना भी हमारा काम था। आपदा की उस घड़ी में लॉकडाउन का पालन कराना, शांति व्यवस्था बहाल रखने में हमारे जैसे अनेको जिलेभर की पुलिसकर्मियों ने कोरोना वारियर्स के रूप में कार्य किया था। वर्ष 2018 में नेबुआ नौरंगिया थाना में तैनाती के दौरान कोरोना काल के प्रथम चरण में कड़ाई से लॉकडाउन का पालन करना, हजारो से भी ज्यादा लोगो को आरोग्य सेतु एप के विषय मे विस्तृत रूप से बताते हुवे उसे डाउनलोड करवाना, खैरी गांव के बीमार बच्चे को नेबुआ नौरंगिया सीएचसी ले जाकर उसका इलाज कराना, मंझरिया (बिहार) की भटकी हुई नवयुवती को उसके घर पहुंचना, सैकड़ो प्रवासी मजदूरों को खाने पीने का इंतजाम कराते हुवे उनके घर तक जाने का वाहन का व्यवस्था आदि करना, पकड़ियार बाजार में पुलिस बूथ का स्थापना करना आदि कार्य ने उन्हें कुछ ही दिन में रातो रात चर्चा में ला दिया था। हनुमानगंज थाने में दो माह तैनाती के दौरान दर्जनों इनामी अभियुक्तो की गिरफ्तारी किये थे। जुलाई 2020 में कप्तानगंज थाना के मंसूरगंज चौकी इंचार्ज का दायित्व मिलते ही वो अपने 13 माह के कार्यकाल में जनसहयोग से चौकी का निर्माण कार्य करवाकर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर धवल जायसवाल से उसका लोकार्पण करवाये थे।
तरयासुजान थाना के तमकुहीराज चौकी इंचार्ज में चार माह रहने के दौरान उन्होंने पशु तस्करों के कमर तोड़ दिया था। अनेको वाहन चोरो और कई लूट की घटनाओं का खुलासा करते हुवे उन्होंने वारंटी अपराधियो को गिरफ्तार करते हुवे हवालात भेज दिया।
उपरोक्त थाना के ही डिबनी बंजरवा चौकी इंचार्ज पद पर एक साल रहने के दौरान चौकी का निर्माण करवाना, एटीएम और व्यवसायी के लूट की घटना का खुलासा बहुत ही कम समय मे किया था। इस दौरान 18 एनकाउंटर और 50, 25 और 15 हजार के इनामी और वांछित अपराधियो को पकड़ने आदिमें भी शामिल रहे। उनके उत्कृष्ट कार्यो के बदौलत ही उन्हें
8 दिसम्बर 2022 को जटहा बाजार थाना का प्रभारी निरीक्षक का दायित्व दिया गया। एक साल दो माह तेरह दिन के कार्यकाल के दौरान वो जनहित के कार्यो को करते हुवे भीड़भाड़ वाले चौक और चौराहे पर से जाम की समस्या से भी निजात दिलाया। यहा भी जनसहयोग से ही वातानुकूलित महिला हेल्पडेस्क जनसुनवाई कक्ष का निर्माण कराकर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर से ही इसका भी लोकार्पण करवाये। अपने बेहतरीन कार्यो के बलबूते ही वो पुलिस अधीक्षक कुशीनगर, एडीजी और डीआईजी के द्वारा अनेको बार सम्मानित हो चुके है। जटहा थाना के प्रभारी निरीक्षक रहने के दौरान वो बिहार छोर से सटे हुवे गांवो से शराब और पशु तस्करी पर भी पूर्णतया अंकुश लगाने में उन्हें सफलता मिली। जनहित में बेहतर कार्य करने के दौरान ही शुक्रवार को देर रात पुलिस अधीक्षक कुशीनगर ने उनको कप्तानगंज थाने का प्रभारी निरीक्षक का प्रभार दे दिया है। श्री बरवार की अपने विनम्र स्वभाव और मिलनसार व्यवहार से सबके दिलों में जगह बनाने में सफल रहते है, इसलिए वो जहा पर भी रहे सबके प्रिय अधिकारी बनकर रहते है।
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