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मोबाइल के रोशनी के सहारे हो रहा है मरीजो का इलाज

कैसे होगा मरीजो का इलाज, जब अस्पताल खुद ही है बीमार

Admin

कुशीनगर (उ०प्र०)

नेबुआ नौरंगिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था न होने के चलते मोबाईल की रोशनी में मरीजो का इलाज किया जा रहा है।

कोटवा स्थिति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 77 गांव के लगभग 3.5 लाख लोगों के स्वास्थ्य के देखभाल की जिम्मेदारी है। लेकिन जब अस्पताल खुद बीमार हो तो दुसरे का उपचार कैसे होगा। चिकित्सक कक्ष छोड़कर किसी भी वार्ड का पंखे नहीं चलते हैं। इमर्जेंसी वार्ड का सोमवार का नजारा देखने लायक था। दिन में ही अंधेरे में डूबे इमर्जेंसी वार्ड में फार्मासिस्ट मोबाईल की लाईट जलाकर दवा लिख रहे थे और उसी के सहारे दवा वितरण भी करते दिखे। डीफार्मा का प्रशिक्षण कर रहे छात्र मोबाईल के उजाले में मरीज़ को इंजेक्शन लगा रहे थे। फार्मासिस्ट जामिन अली लारी ने कहा कि लाईट नहीं आ रहा है और इन्वर्टर की बैटरी भी बैठ गयी है। किसी तरह मोबाईल जलाकर इलाज कर रहा हूं।

इस सम्बन्ध में प्रभारी चिकित्साधिकारी राजनीश श्रीवास्तव का कहना हैं कि जनरेटर खराब होने और लाईट समय से न रहने के चलते परेशानी बढ जा रही है। मौजूद संसाधनों से किसी तरह कार्य किया जा रहा है।















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