यदि मीनू का पालन किया गया होता तो शायद नही हुई होती ऐसी घटना,
मीनू के अनुसार ही बना था मध्याह्न भोजन, इस घटना को लेकर मैं खुद आहत हुं - प्रधानाध्यापिका
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कुशीनगर (उ०प्र०)
सरकार के द्वारा परिषदीय विद्यालयो में अध्यनरत सभी बच्चों को मध्यान्ह भोजन दिया जाता है, ताकि स्कूल में बच्चे रोजाना आयें और उन्हें पर्याप्त पौस्टिक पोषण मिलता रहे। इसके लिए सरकार ने मिड डे मील योजना की शुरुआत की है, इस योजना के तहत सरकार बच्चों को शिक्षा के साथ उनका स्वास्थ भी बनाना चाहती है।
खड्डा क्षेत्र के शिवदत्त छपरा के संविलियन विद्यालय में गुरुवार को हुई घटना में मीनू के विपरीत भोजन बनने और उसको खाने से एक साथ ढाई दर्जन बच्चे बीमार हो गए। जिनका इलाज नेबुआ नौरंगिया सीएचसी पर हुवा। यदि मीनू का पालन किया गया होता तो शायद ऐसी घटना नही होती। वही ग्रामीणों और परिजनों का आरोप है कि उक्त विद्यालय में मीनू के विपरीत ही मिड डे मील गैस चूल्हे पर न बनाकर लकड़ी से ही बनाया जाता है। गुरुवार को भी लकड़ी और पुराने टायर जलाकर मीनू के विपरीत मिड डे मिल बनाया गया था। जिसको खाने के बाद करीब तीन दर्जन बच्चे बीमार हो गए। वही
इस घटना को लेकर प्रधानाध्यापिका संध्या देवी ने बताया कि ये घटना कब और कैसे हो गयी इसको लेकर मैं खुद चिंतित हूं। भोजन मीनू के अनुसार ही बना था। लगाए जा रहे सारे आरोप निराधार है।
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घटना के बाद चकाचक दिखा विद्यालय परिसर
खड्डा क्षेत्र के शिवदत्त छपरा के विद्यालय में गुरुवार को हुई घटना ने विद्यालय में व्याप्त दुर्व्यवस्थाओ का पोल खोल दिया है। घटना की सूचना सारेआम होते ही विद्यालय में पहुंचने पर अनेको जगहो पर गंदकी का अंबार दिखा। इंडिया मार्का हैंडपंप और रसोई घर के पास झाड़िया पनकी हुई तथा उसके अगल बगल मिड डे मील का भोजन बिखरा हुवा था, पर इस घटना के अगले दिन ही पूरा विद्यालय परिसर साफ सुथरा और चकाचक दिखा। छात्रों के एक समूह ने बताया कि इस प्रकार की साफ सफाई कभी कभार ही होती है या फिर जब कोई विद्यालय आता है तभी ऐसी साफ सफाई होती है। परिजनों का कहना है कि ऐसी साफ सफाई हमने कभी नही देखा था।
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बदहाल स्थिति में है विद्यालय का शौचालय
शिवदत्त छपरा के परिषदीय विद्यालय में स्थित शौचालय बदहाल हैं। बच्चों को मजबूरी में खुले में नित्य क्रिया कर्म करने जाना पड़ता है। छात्रों ने बताया कि काफी दिनों से ये बदहाल स्थिति में है। जिम्मेदारों के द्वारा इसे ठीक कराने की दिशा में कोई कारगर कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। जबकि कागजों पर जिले को खुले में शौचमुक्त किया जा चुका है, पर विधालयो की स्थलीय निरीक्षण में शौचालय की व्यवस्थाओं की पोल खुल रही है।
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घटना की जांच के लिए तीन सदस्यी टीम गठित
मिड डे मिल खाने के बाद बीमार हुवे बच्चो की खबर सारेआम होते ही जिलास्तरीय अधिकारियों ने मौके पर आकर स्थिति से अवगत हुवे। वही परिजनों और पीड़ित बच्चों के द्वारा दिये गए बयान के आधार पर तीन सदस्यी टीम गठित कर दिया गया है। जो शुक्रवार को दोपहर बाद उक्त विद्यालय में पहुंचकर जांच किया। बेसिक शिक्षा अधिकारी राम जियावन मौर्य ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्यवाही किया जाएगा।
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