एजेंसी, लखनऊ (उ०प्र०)
स्पाईसी स्वैगर्स देवा रोड, थाना चिनहट कमिश्नरेट लखनऊ में शुक्रवार की शाम को एस०टी०एफ० उ०प्र० व मिलिट्री इन्टेलीजेन्स लखनऊ की संयुक्त कार्यवाही में भारतीय वायु सेना के फाइटर लैफ्टिनेंट का रूप धारण कर सैकड़ो बेरोजगार युवकों को भारतीय वायु सेना में भर्ती कराने के नाम पर कूटरचित नियुक्ति पत्र/प्रमोशन लेटर व अन्य कई तरीके से लाखों की ठगी करने वाले शातिर जालसाज को गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त उत्कर्ष पाण्डेय पुत्र कृष्णानन्द पाण्डेय, निवासी सरगटिया उर्फ रामनगर, थाना नेबुआ नौरंगिया जिला कुशीनगर का निवासी बताया जा रहा है। गिरफ्तारी के समय अभियुक्त के पास से कूटरचित प्रमोशन लेटर कूटरिचत, ज्वाइनिंग लेटर, कॉल लेटर, ड्राइवर लिस्ट, कूटरचित ई-पे स्लिप, ट्रेन टिकट, आईडी कार्ड, एटीएम कार्ड और विजिटिंग कार्ड आदि सहित अनेको इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और नकदी आदि की बरामदगी हुई है।
विगत काफी दिनों से राजधानी लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर आदि जिलों में भारतीय वायु सेना में भर्ती करने के नाम पर ठगी कर बडी मात्रा में धनार्जन करने की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्यवाही हेतु निर्देषित किया गया था, जिसके क्रम में अमित कुमार नागर, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, लखनऊ के पर्यवेक्षणाधीन टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि एक व्यक्ति जो खुद को भारतीय वायु सेना का उच्चाधिकारी बताकर तमाम बेरोजगार युवकों को फर्जी व कूटरचित दस्तावेज देकर उनसे पैसे की धोखाधड़ी कर आज मटियारी थाना क्षेत्र चिनहट जनपद लखनऊ से ट्रेन द्वारा दिल्ली भागने वाला है। इस सूचना पर निरीक्षक दिलीप कुमार तिवारी के नेतृत्व में मुख्य आरक्षीगण अशोक कुमार गुप्ता, संतोष सिंह, राजेश मौर्या, कौशलेन्द्र प्रताप सिंह, अशोक राजपूत की एक टीम व लखनऊ मिलिट्री इन्टेलीजेन्स की संयुक्त टीम कार्यवाही के क्रम में प्राप्त जानकारी के अनुसार उपरोक्त अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई। गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ करने पर अपना नाम उत्कर्ष पाण्डेय बताया और कहा कि उसने वर्ष 2020 में भारतीय सेना की एक्स, वाई ग्रुप व एनडीए की परीक्षा दी थी, जिसमें उसके ही गांव के प्रवीन तिवारी का एक्स ग्रुप (टेक्निकल) में सेलेक्षन हो गया, जबकि वह फेल हो गया था। गांव वालो व घर के लोगों के बीच की शर्मिन्दगी से बचने के लिये उसने सभी से झूठ बोल दिया कि उसका भी सेलेक्शन हो गया है। इसके बाद वह कुछ न कुछ झूठ बोलकर अपने परिवार वालो को गुमराह करता रहा कि उसकी ट्रेनिंग तेलंगाना मे चल रही है। परन्तु कोरोना के कारण रोक दी गयी है। इसके पश्चात वर्ष 2021 वह लखनऊ मे एक किराये के मकान मे रहने लगा व अपने स्थानीय सम्पर्कों के साथ स्पाइसी स्वैगर्स नामक फूडशाप खोलकर काम करता रहा व लोगों को बताता रहा कि लखनऊ में उसकी आगे की ट्रेनिंग चल रही है। इसी क्रम में उसने गोरखपुर से भारतीय वायुसेना की वर्दी सिलवा ली और उस पर चारबाग रेलवे स्टेशन लखनऊ पर स्थित वर्दी आदि की दुकानों से लिये हुए मैडल व रिबन खरीद कर वर्दी मे लगा लिया व जनपद कुशीनगर के कसया बाजार स्थित जनसेवा केन्द्र से उसनेे सेना के आई०डी० कार्ड बनवा लिया। यह सब करने के उपरान्त उसेे विश्वास हुआ कि लोग उसे असली अधिकारी मानकर उसकी बातों पर विश्वास कर रहे हैं तथा नौकरी लगवाने के लिये उसेे पैसा देने को भी तैयार हैं। तब उसनेे लोगों को बडे स्तर पर झांसा देकर पैसा कमाने की योजना बनायी। इसी क्रम में उसके द्वारा प्रशासन, जनप्रतिनिधियों व मीडिया के प्रतीष्ठित लोगों से वर्दी पहनकर मिलता व उनके साथ खिंचवाये गये फोटो को सोशल मीडिया पर प्रचारित करता। जिससे लोगों मे इतना विश्वास हो गया कि वह उसे सम्मानित करने के लिये बुलाते। उच्च पदों पर सम्मानित व्यक्ति उसे साथ अपनी पुत्रियों के विवाह हेतु व आर्मी में उनके बच्चो की नौकरी लगवाने हेतु सम्पर्क करने लगे। उसकेे द्वारा कई बेरोजगार युवकों से लाखों रूपये भारतीय वायु सेना में विभिन्न पदों पर नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधडी कर कमाये गये हैं। ज्यादातर बेरोजगार युवक उसके गृह जनपद कुशीनगर के ही रहने वाले हैं। आगे की पूछताछ के क्रम में उक्त व्यक्ति से अब तक ठगे गये बेरोजगार युवकों का विवरण पूछा गया तो उसने बताया कि उसने अपने जनपद के सोनू गौड, दिलीप गौड, निखिल सिंह, अमन सिंह, सुन्दर, आशीष कनौजिया, नीरज कुशवाहा आदि से लाखों रूपये व जनपद बस्ती के शिवप्रताप सिंह, विशाल दुबे, विश्वास दुबे, शऊज मिश्रा, ऋतुराज मिश्रा, आशुतोष तिवारी, सुल्तानपुर निवासी गण शिवांश दुबे, सौरभ यादव, चन्द्रिका पाण्डेय, राघवेन्द्र सिंह व रामकुमार सिंह (अयोध्या) आदि से लाखो रूपये अपने पीएनबी बैंक के खाते में मंगवा लिये थे तथा बकाया पैसा आगे लिये जाने के लिये इन लोगों के द्वारा आश्वासन दिया गया था। जिसे अपने अपने फूड शॉप, मौज मस्ती व घूमने-फिरने में खर्च कर दिये। उसकेे द्वारा अपने लैपटाप पर गूगल के माध्यम से सेना के ज्वाइनिगं लेटर, कॉल लेटर आदि के फॉरमेट डाउनलोड कर उनकी एडिटिंग कर कूटरचना करते हुए दस्तावेज तैयार किये जाते थे। लोगों को झांसा देने के लिये वह अक्सर भारतीय वायु सेना की वर्दी धारण किये रहता था व सोशल मीडिया पर अपनी तमाम वर्दीधारी चित्र पोस्ट कर लोगों को आकर्षित करता था। इन्ही सब कार्यों को करने के लिये वह आज अपने जरूरी कागजात लेकर दिल्ली निकल जाने वाला था क्योंकि उसे वहां पर ज्यादा लोग नही जानते हैं। इसलिये वह दिल्ली मे रहकर और बडे स्तर पर लोगों को गुमराह कर पैसे वसूलने की योजना बना रहा था।
गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना चिनहट कमिश्नरेट लखनऊ में मु०अ०सं० 308/2023 धारा 140/170/171/419/420/467/468/471 भादवि पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
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