Admin
कुशीनगर (उ०प्र०)
नेबुआ नौरंगिया विकास खण्ड के सिरसिया गांव के वीरभान टोला की 72वर्षीय बेवा फुलवा के पास अपना कोई घर नहीं होने के कारण काली माता के मंदिर के समीप के यज्ञशाला में ही अपना ठिकाना बना ली है। उम्र के आखिरी पड़ाव में होने के बाद भी विधवा/वृद्धा पेंशन आजतक नही बना है। बड़े पुत्र व पुत्री की मृत्यु हो चुकी है। छोटा बेटा व बहू गांव में स्थित एक टूटी फूटी झोपड़ी में रहते हैं। भूमिहीन होने के कारण मेहनत मजदूरी के करके अपना गुजर-बसर कर रहें है।
ज्ञात हो कि इस टोला की आबादी लगभग छः सौ के करीब है। इस टोले की निवासिनी बेवा फुलवा देवी के अलावा , दिनेश, मेखा, सुग्रीव, सुबास, नरेश, फूलचंद, राजू, महेश, शैलेश, वीरेंद्र, रामाज्ञा और गोविंद आदि सहित अनेको परिवारों के लोग झोपड़ियों में रहते हैं। जबकि शासन के द्वारा संचालित योजनाओं में इन्हें आवास व शौचालय का लाभ नहीं मिला है। पिछले चार माह से यज्ञशाला में रहकर अपना गुजर- बसर कर रही फुलवा ने बताया कि लगभग 10 वर्ष पूर्व पति सहदेव की मृत्यु हो गई थी। कुछ वर्ष पहले बड़े पुत्र लकडू व बेटी छोटकी की उपचार के अभाव में भी मृत्यु हो गई। छोटा पुत्र छोटेलाल अपनी पत्नी और बच्चों के साथ छोटी सी एक झोपड़ी में रहता है। उस झोपड़ी में हमारे रहने की व्यवस्था नहीं है। आज तक हमारे घरवालों को किसी भी सरकारी योजनाओ का लाभ नहीं मिला है।
नेबुआ नौरंगिया सहायक विकास अधिकारी मोहन सिंह ने बताया कि इसका जांच कराकर पात्रता के आधार पर महिला को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।
0 Comments