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कुशीनगर (उ०प्र०)
जोकवा बाजार क्षेत्र के गांव धौरहरा में सात वर्ष पूर्व लाखों रुपये खर्च कर ग्रामीणों को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आरओ प्लांट व पानी की टंकी का निर्माण किया गया। वर्ष 2016 में तत्कालीन सांसद कलराज मिश्र द्वारा उद्घाटन भी किया गया। यह परियोजना धरातल पर तो उतर गई, लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते ग्रामीणों को पेयजल का सपना अधूरा ही रह गया।
बता दें कि इस आरओ प्लांट की क्षमता 20 हजार लीटर प्रति दिन है, जिससे आठ से नौ हजार आबादी वाले इस गांव के 14 पुरवों को पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य था। इस क्रम में गांव में पाइप बिछाकर प्रत्येक दरवाजे पर टोंटी भी लग गई। गांव के लोगों को उम्मीद थी कि अब पेयजल की सुविधा मिलेगी, लेकिन लोगों सपना अधूरा ही रह गया। एक कमरे में लगा आरओ प्लांट का मशीन व उपकरण रखरखाव के अभाव में जंग खाकर बेकार हो रहा है। बीडीओ दुर्गा प्रसाद प्रजापति ने बताया कि जानकारी हुई है। संबंधित विभाग को पत्रक भेज कर शीघ्र ही आरओ प्लांट को चालू कराया जाएगा।
ग्रामीण ब्रजेश कुमार गोंड का है कि गांव में आरओ प्लांट व टंकी निर्माण से गांव के सभी लोग काफी प्रसन्न थे कि अब वे प्रदूषित जल पीकर बीमार नहीं पड़ेंगे। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता हावी हो गई।
उक्त गांव के रितेश कुमार मिश्र का कहना है कि आजादी के बाद भी हम लोग प्रदूषित जल पी रहे हैं। गांव में आरओ प्लांट व टंकी निर्माण से उम्मीद जगी थी अब हमें शुद्ध जल पीने को मिलेगा, लेकिन यह सपना ही रह गया।
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