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कुशीनगर (उ०प्र०)
नेबुआ नौरंगिया थानाक्षेत्र के नौरंगिया में स्थित सरस्वती देवी महाविद्यालय में नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया| जिसमें नेता जी के विचारों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला गया। मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय के इतिहास विषय के प्रवक्ता अजय दूबे ने नेता जी के क्रांतिकारी जीवन का परिचय देते हुए कहा कि आज भी उनके विचारों एवं अनुशासन को अपनाने की आवश्यकता है। जिससे हमारे भीतर राष्ट्र-प्रेम की भावना का विकास हो सके। एक तरफ नेता जी ने पिता की आज्ञा का सम्मान करते हुए ICS की परीक्षा उत्तीर्ण की तो वहीं दूसरी तरफ राष्ट्र-सेवा के लिए उन्होंने अपनी नौकरी तक त्याग दिया।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने भी नेता जी के विचारों को स्वयं के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। प्राचार्य कुलदीप पाण्डेय ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर जीवन में संघर्ष न हो, किसी भी भय का सामना न करना पड़े तो जीवन का आधा स्वाद ही समाप्त जाता है। आप अपनी ताकत पर भरोसा करो, उधार की ताकत तुम्हारे लिए घातक है। नेता जी के विचारों को बताते हुए छात्रों को आत्मनिर्भर बनने के लिए भी प्रेरित किया।
कार्यक्रम का सञ्चालन करते हुए डॉ० सपन राज ने माखनलाल चतुर्वेदी की कविता की पंक्तियाँ ‘रक्त है या नशों में क्षुद्र पानी’ दोहराईं। इस अवसर पर उपप्राचार्य संदीप पाण्डेय, चन्दन गोविन्द राव, अवनीश चौहान, देवेन्द्र पाण्डेय, प्रियंका कुशवाहा, रोशनी गुप्ता, शीला शर्मा, सुमन जायसवाल, अंजली चौरसिया, दिव्या त्रिपाठी, अभिषेक पाण्डेय, विनोद तिवारी, राकेश श्रीवास्तव तथा दिलीप विश्वकर्मा सहित महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं कर्मचारीगण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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