मजदूरी के सहारे चलता है परिवार का जीविका, झोपड़ी में रहने पर मजबूर,
कुशीनगर (उ०प्र०)
खड्डा विकास खण्ड के अंतर्गत ग्राम बंजारीपट्टी की निवासी सुमन पाल ने मीडियाकर्मियों को ये बताया कि सरकार के द्वारा दी जा रही सुविधाओ से हमारे परिवार के लोग आज भी वंचित हैं। जबकि मैं 80% विकलांग हूं। हमारे परिवार में दो बच्चों सहित चार लोग रहते हैं पर आज तक हमको किसी भी प्रकार की सरकारी सुविधा आदि का लाभ नहीं मिला है और ना ही मेरा विकलांग पेंशन बना है। विकलांग पेंशन सहित अन्य और सरकारी सुविधाओं के लिए हमारे पति अनेको अधिकारियों के चौखट खटखटा चुके है, पर आज तक हमारी बात को सुनने वाला कोई भी नहीं है। हमारी जीविका का सहारा केेेवल मेहनत मजदूरी ही है। पति का मनरेगा जॉब कार्ड भी नहीं बना है। ग्राम प्रधानों के पास जाने पर उनके द्वारा सिर्फ आवास देने का आश्वासन मिलता है लेकिन आज तक मुझे किसी से भी आवास नहीं मिला है।
विकलांग महिला की पति ने बताया कि हमलोग गरीब परिवार से है और आज तक टूटी-फूटी हुई झोपड़ी में ही अपने परिवार को लेकर गुजर बसर कर रहा हूँ। ग्राम प्रधानों से मैं सरकारी सुविधाओं सहित जॉब कार्ड आदि के लिए कहता हूं तो ग्राम प्रधान कहते हैं कि उसके लिए समय लगेगा लेकिन आज तक मेरा जॉब कार्ड भी नहीं बना है। और मुझे किसी भी प्रकार का सरकारी सुविधा भी नही मिला है। महंगाई के इस दौर में लकड़ी पर खाना बनाकर अपने परिवार का जीविका चलाता हूं। गरीबो के हित मे प्रदेश सरकार के द्वारा संचालित किए जा रहे योजनाओंं से हमारा परिवार आज भी वंचित हैं। पत्नी के नाम से अंत्योदय कार्ड है। जिससे केवल राशन मिलता है लेकिन अन्य और कोई भी सरकारी सुविधाएं हमें नहीं प्राप्त हुई है।
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