वाराणसी में 22 माह पहले दर्ज हुआ था केस, 6 माह पहले इंस्पेक्टर पद से हुआ था डिमोशन,
वाराणसी (उ०प्र०)
रेप / धमकाने / धोखाधड़ी जैसे 14 आपराधिक मामलों का आरोपी जौनपुर में तैनात सब इंस्पेक्टर 【SI】अमित कुमार पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। यह आदेश विभागीय जांच रिपोर्ट के आधार पर वाराणसी कमिश्नरेट के अपर पुलिस आयुक्त【मुख्यालय एवं अपराध】सुभाष चंद्र दुबे ने दिया है। बता दें कि लगभग ६ माह पहले अमित कुमार का इंस्पेक्टर से सब इंस्पेक्टर पद पर डिमोशन किया गया था। तभी से माना जा रहा था कि अब वह बड़ी विभागीय कार्रवाई की जद में आएगा और पुलिस सेवा से बाहर कर दिया जाएगा।
2020 में महिला थाने में दर्ज हुआ था मुकदमा__
मेरठ के पल्लवपुरम का मूल निवासी अमित कुमार 2020 में वाराणसी में, क्राइम ब्रांच में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात था। मथुरा के कोसीकला थाना क्षेत्र की एक युवती ने 8 जनवरी 2020 को वाराणसी के महिला थाने में अमित पर शादी का झांसा देकर रेप करने सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद पीड़िता ने तत्कालीन एसएसपी से शिकायत की थी कि अमित उस पर समझौता करने का दबाव बनाता है और बात न मानने पर उसकी हत्या की धमकी देता है। इसे लेकर तत्कालीन एसएसपी के आदेशा से कैंट थाने में एक मुकदमा दर्ज किया गया था। इससे नाराज होकर अमित कुमार एसएसपी कैंप कार्यालय में खुद पर पेट्रोल उड़ेल कर आत्मदाह की धमकी दिया था। इसके बाद तत्कालीन आईजी रेंज के आदेश से अमित का तबादला जौनपुर कर दिया गया था। इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण की विभागीय जांच कराई गई थी। वाराणसी के पुलिस अफसरों द्वारा की गई जांच में अमित कुमार दोषी पाया गया और उसे बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया।
पत्नी ने DGP को बताई थी असलियत__
अमित की पत्नी मीनाक्षी पुलिस विभाग में हेड कांस्टेबल है और उसकी प्रताड़ना से आजिज आकर उससे अलग रहती हैं। मेरठ के सिविल लाइन थाना मानसरोवर क्षेत्र में रहने वाली मीनाक्षी ने DGP को बताया था कि अमित जालसाजी करके सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर पद पर प्रमोट हुआ है। अपने घोषणा पत्र में उसने अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मुकदमों और जांचों को छुपाया है। मीनाक्षी की शिकायत की जांच कराई गई तो आरोप सही निकले और इंस्पेक्टर पद से अमित का डिमोशन कर उसे वापस सब इंस्पेक्टर बना दिया गया।
रक्षक होकर भक्षक का काम किया__ अपर पुलिस आयुक्त【मुख्यालय एवं अपराध】
सुभाष चंद्र दुबे ने अपने आदेश में कहा है कि अमित कुमार ने अपने कृत्यों से पुलिस बल की छवि धूमिल की है। रक्षक होते हुए उसने भक्षक का काम किया है। ऐसे दरोगा को पुलिस बल में रहने देने से उसका कुप्रभाव अन्य पुलिसकर्मियों पर भी पड़ेगा। इसके साथ ही समाज में भी एक गलत संदेश जाएगा और पुलिस बल से आमजन का भरोसा उठेगा। इसलिए मैं दरोगा अमित कुमारpkका नियुक्ति प्राधिकारी होने के नाते पुलिस विभाग की सेवा से उसकी पदच्युति 【Dismiss】का आदेश देता हूं ।पत्नी ने खोली पोल,__ इंस्पेक्टर का डिमोशन : प्रमोशन पाने के लिए दरोगा ने दुष्कर्म, धोखाधड़ी जैसे संगीन १४ मामले छिपाए, पत्नी ने DGP के सामने रखा RTI का सच।
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